सी-विजिल भारत के चुनाव आयोग का एक मोबाइल एप्लीकेशन है, जिसके माध्यम से नागरिकों को चुनाव के दौरान रिश्वतखोरी, मुफ्त उपहार, शराब वितरण, समय से अधिक देर तक लाउडस्पीकर बजाने जैसे आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट करने का अधिकार देता है.
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज गया है, चुनाव आयोग ने भी चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी है. इस चुनाव के दौरान आपके आसपास किसी तरह की गड़बड़ी होती है तो आप सीधे इसकी शिकायत अब चुनाव आयोग से कर सकेंगे और आपकी पहचान भी पूरी तरह से गोपनीय रहेगी. आपकी शिकायत को पुख्ता पाया गया तो 100 मिनट के अंदर कार्रवाई भी की जाएगी, चुनाव आयोग के इस ऐप के जरिए ऐसा कर सकेंगे. तो चलिए आपको ऐप के बारे में बताने जा रहे हैं.
चुनाव आयोग का ये रहा ऐप
सी-विजिल भारत के चुनाव आयोग का एक मोबाइल एप्लीकेशन है, जिसके माध्यम से नागरिकों को चुनाव के दौरान रिश्वतखोरी, मुफ्त उपहार, शराब वितरण, समय से अधिक देर तक लाउडस्पीकर बजाने जैसे आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट करने का अधिकार देता है. एक साधारण मोबाइल ऐप का उपयोग करके, नागरिक लाइव फोटो या वीडियो को कैप्चर करता है. उल्लंघन का स्पष्ट प्रमाण मिलते ही चुनाव तंत्र तुरंत हरकत में आ जाता है. प्रत्येक सी-विजिल मामले पर कार्रवाई की जाती है और 100 मिनट की समयावधि में की गई कार्रवाई के साथ जवाब दिया जाता है. और सबसे खास बात यह है कि इसमें शिकायतकर्ता का कोई भी विवरण का खुलासा नहीं होगा और यह पूरी तरह से गोपनीय रहेगा.
शिकायत करने की ये रही प्रक्रिया
सबसे पहले आपको गूगल प्ले स्टोर में जाकर सी विजिल एप को इंस्टॉल करना है, इसमें लॉगिन करने के बाद शिकायत करने के लिए पहले से ही आपके सामने कई ऑप्शन होंगे, जिसमें पैसे बांटना, शराब बांटना, पोस्टर / बैनर बिना अनुमति, आग्नेयास्त्रों का प्रदर्शन, धमकी, वाहन या बिना अनुमति के काफिले, पेड न्यूज, संपत्ति का विरूपण, मतदान के दिन मतदाताओं का परिवहन, मतदान केंद्र के 200 मीटर के भीतर प्रचार यह सब पहले से ही दिया गया होगा. आप इनमें से एक ऑप्शन पर क्लिक करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं.