UPSC की तैयारी में की ये गलतियां, तो नहीं हो पाएगा सेलेक्शन, IRS अधिकारी ने खोला राज

NEWSDESK
3 Min Read

UPSC Preparation Tips: आईआरएस अफसर अंजनी कुमार पांडेय अक्सर अपने तैयारी से जुड़े अनुभव एस्पिरेंट्स के साथ साझा करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने वह कुछ गलतियां बताई हैं, जो उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान शुरूआती कुछ सालों में की थीं.

UPSC Preparation Tips: यूपीएससी सिविल सर्विसेज हमारे देश की सबसे लोकप्रिय प्रतियोगी परीक्षा है. हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं. लेकिन 1000 से भी कम इसमें सफल हो पाते हैं. अधिकतर अभ्यर्थियों के सफल न होने की वजह है सही स्ट्रैटेजी न फॉलो करना. ऐसे में किसी अनुभवी का मार्गदर्शन बेहद अहम हो जाता है. आईआरएस अफसर अंजनी कुमार पांडेय अक्सर अपने तैयारी से जुड़े अनुभव एस्पिरेंट्स के साथ साझा करते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने वह कुछ गलतियां बताई हैं, जो उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान शुरूआती कुछ सालों में की थीं और जिस वजह से उनका सेलेक्शन नहीं हो रहा था. उनकी इन गलतियों से वर्तमान अभ्यर्थी सबक ले सकते हैं और वह गलती दोहराने से बच सकते हैं.

आईआरएस अंजनी कुमार पांडेय ने ट्वीट के माध्यम से उनकी ओर से की गई गलतियों के बारे में बताया है, जोकि कुछ इस प्रकार है-

  • प्रीलिम्स को कम नहीं समझना चाहिए. ये सोचना कि थोड़ा पढ़ने से प्रीलिम्स क्लियर हो जाएगा, बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है. इसके लिए समर्पित होकर पढ़ना चाहिए. यह क्लियर होगा तभी मेन्स तक पहुंच पाएंगे.
  • टेस्ट सीरीज देना भी बेहद जरूरी होता है. मेन्स और प्रारंभिक परीक्षा दोनों के प्रश्नों का पैटर्न जानना आवश्यक है. इसके लिए पिछले वर्षों के पेपर का भी अध्ययन करना चाहिए.
  • अच्छी स्टडी ग्रुप होना चाहिए, जिनके साथ रचनात्मक बातचीत हो सके और सहयोग मिल सके. इससे तैयारी में बहुत मदद मिलेगी.
  • तैयारी के दौरान एक मेंटर की भी जरूरत होती है, जोकि आपको गाइड कर सके. साथ ही आप जो टेस्ट सीरीज दें उसमें आपके उत्तरों की जांच और उचित सुझाव देने में गुरू अहम भूमिका निभाता है. सही फीडबैक से आपका परीक्षा में प्रदर्शन सुधरेगा.
  • कई किताबों को पढ़ने की बजाए एक चीज पर ज्यादा फोकस रखने का प्रयास करें. फ्लेग्जिबल टाइम टेबल बनाना भी बेदह अहम है. साथ ही मुख्य परीक्षा के चरण में, दोहराने के लिए अधिकतम स्वनिर्मित 3-4 अंतिम पुस्तिकाएं होनी चाहिए.
Share this Article