how to became Network Engineer: डिजिटल होती दुनिया में वक्त के साथ काम और ओहदे भी बदल रहे हैं. आज की दुनिया में नेटवर्क वह चीज है जिसकी डिमांड सांस लेने के लिए साफ हवा के जितनी जरूरी है. इंजीनियर्स वो पेशा है, जिसकी जरूरत हमे अपने रोजमर्रा के सभी कामों के लिए पड़ती है. उन्हीं में से एक सबसे अहम नेटवर्क इंजीनियर भी है. इंजीनियरिंग के तमाम फील्ड की तरह नेटवर्क इंजीनियरिंग की मांग दिन पद दिन बढ़ती ही जा रही है, जानिए कैसे बनते हैं नेटवर्क इंजीनियर.
Network Engineer: नेटवर्क इंजीनियरिंग डिजिटल दुनिया में इंजीनियरिंग की उभरती हुई ब्रांचेज में से एक है. आईटी उद्योग में हमेशा कुशल इंजीनियरों की मांग बनी रहती है जो डेटा सुरक्षा और सुरक्षा के लिए बेहतरीन समाधान तैयार कर सकें. सूचना सुरक्षा में रुचि है और उसी में करियर बनाना चाहते हैं, तो आप नेटवर्क इंजीनियर बन सकते हैं. जानिए इसके लिए क्या पढ़ाई करनी होगी.
नेटवर्क इंजाीनियर की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट्स को प्लान करना और निर्माण के साथ कई नेटवर्कों को कुशलतापूर्वक मैनेज करना होती है. उन्हें ये सुनिश्चित करना होता है कि सभी नेटवर्क प्रभावी ढंग से काम कर सकें. नेटवर्क इंजाीनियर किसी संगठन के कंप्यूटर सिस्टम की डेटा और सूचना सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं.
नेटवर्क इंजीनियर मुख्य रूप से नेटवर्क के बुनियादी ढांचे को हाई क्वालिटी वाली कनेक्टिविटी देने पर ध्यान केंद्रित करता है. उन्हें खुद को नए टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के साथ अपडेट रखना होता है. जानिए इसके लिए क्या एकेडमिक और प्रोफेशनल क्वालीफिकेशन चाहिए. नेटवर्क इंजीनियर बनने के लिए Information Security, Cyber Security, Computer Engineering और Networks में ग्रेजुएशन करनी होगी. इसके लिए इन 9 में से कोई एक कोर्स कर सकते हैं.
1- बैचलर ऑफ Information Technology (Network and Cybersecurity Systems). 2- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Computer and Network इंजीनियरिंग) (Honours). 3- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Telecommunications Engineering) (Honours). 4- BSc (Hons) Computer Networks with a Foundation Year. 5- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Computer and Network Engineering) (Honours) / Bachelor of Computer Science. 6- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग in Network and Software Engineering (Honours). 7- बैचलर ऑफ Science (Physics) /बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (Telecommunications Engineering)(Honours). 8- BSc (Honours) Computer Networks. 9- BSc (Honours) Computer Networks with Foundation Year.
ग्रेजुएशन के दौरान ये जरूरी है कि वास्तविक दुनिया का अनुभव लें. डिग्री हासिल करते समय आईटी दुनिया में नेटवर्क सुरक्षा के प्रैक्टिकल काम समझने का अनुभव लेना भी अनिवार्य है. जितना संभव हो उतनी इंटर्नशिप करें . एक्सपोजर के लिए खुद को वास्तविक दुनिया में रखें. अपनी क्षमताएं ढूंढें, ये आपको नेटवर्क इंजीनियर बनने में मदद करेगा.
ग्रेजुएशन के बाद मास्टर डिग्री भी कर सकते है. डिग्री पूरी करने के बाद इस फील्ड में इन पदों पर नौकरी मिलती है. नेटवर्क टेकनीशियन, नेटवर्क Administrator, नेटवर्क Analyst, नेटवर्क Manager, नेटवर्क Solutions Architect, क्लाउड नेटवर्किंग आर्किटेक्ट, नेटवर्किंग Research and Development Specialist, वायरलेस इन्फ्रास्ट्रक्चर और मोबिलिटी Specialist, Mobility Solutions Architect, Telecom Project Manager, Data Center Networking Specialist, हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग इंजीनियर.