Success Story : आईएएस-आईपीएस बनने में अक्सर लंबा वक्त लगता है। इसके लिए काफी धैर्य की जरूरत होती है। लेकिन इस सफर के दौरान कई लोग डिप्रेशन तक में चले जाते हैं. आज आपकी मुलाकात एक ऐसे ही IAS अधिकारी शिशिर गुप्ता से करा रहे हैं, जिन्होंने विदेश की हाई पेइंज जॉब छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की. डिप्रशन झेला और फिर कमबैक किया और तीसरे प्रयास में IAS बने.
Success Story : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा शुरू करने वाले अधिकांश लोग यह बात जानते हैं कि इसे क्लियर करने की कोई समय सीमा नहीं है. सफलता का लंबा इंतजार एस्पिरेंट्स को मानसिक रूप से भी मुश्किल भरा होता है. कई लोग सफर के दौरान डिप्रेशन तक के शिकार हो जाते हैं. आज हम आपको आईएएस अधिकारी शिशिर गुप्ता की कहानी बता रहे हैं. जिन्होंने विदेश की जॉब छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की. तैयारी के दौरान डिप्रेशन के शिकार भी हुए. फिर से कमबैक किया और आईएएस बने. शिशिर गुप्ता की कहानी प्रत्येक यूपीएससी एस्पिरेंट्स को प्रेरणा देने वाली है.
राजस्थान के जयपुर के रहने वाले शिशिर गुप्ता के पिता एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल और मां हाउसवाइफ हैं. जयपुर में ही पले और बढ़े शिशिर का सपना बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनने का था. हालांकि उन्होंने 12वीं के बाद जेईई एडवांस की परीक्षा पास करके आईआईटी बॉम्बे से 2013 में केमिकल इंजीनियरिंग में बीटैक किया.
विदेश की नौकरी छोड़कर शुरू की यूएससी की तैयारी
आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग के बाद शिशिर गुप्ता को अबूधाबी में नौकरी मिल गई. वहां उन्हें मोटी सैलरी मिल रही थी. लेकिन अच्छी सैलरी और तमाम सुविधाओं के बावजूद उन्हें आईएएस बनना था. एक दिन वह नौकरी छोड़कर भारत आ गए और बचपन का सपना पूरा करने की ठान ली. उन्होंने साल 2016 में पहली बार यूपीएससी एग्जाम दिया. लेकिन वह बीमार पड़ गए. पहले अटेम्प्ट में मेन्स राउंड तक पहुंचे. इसके बाद दूसरी बार 2017 में एक बार फिर से एग्जाम दिया. लेकिन फिर क्लियर नहीं कर सके.
हो गए डिप्रेशन के शिकार
आईएएस शिशिर गुप्ता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि दो बार की असफलताओं के बाद वह डिप्रेशन में चले गए थे. रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने बताया कि परिवार को डर था कि मैं कहीं आत्महत्या न कर लूं. इस डर से मां मेरे साथ ही सोती थीं. हालांकि यह बुरा वक्त भी जल्द बीत गया. डिप्रेशन से उबरकर उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी की तैयारी शुरू की.
तीसरे प्रयास में बने आईएएस
शिशिर गुप्ता ने साल 2019 की यूपीएससी परीक्षा में एक बार फिर शामिल हुए. यह उनका तीसरा प्रयास था. इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा ऑल इंडिया 50वीं रैंक से पास कर ली. इस तरह शिशिर गुप्ता ने आईएएस बनकर अपने बचपन का सपना पूरा किया.
सफलता का राज
शिशिर गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया. साथ ही यूपीएससी सिलेबस, किताबों और नोट्स का कई बार रिवीजन किया. उनकी इस रणनीति ने यूपीएससी क्लियर करने में काफी मदद की.