Study Abroad: आसान नहीं है विदेश से पढ़ाई, देना होगा एक टेस्ट, तभी पासपोर्ट पर लगेगा टैग

NEWSDESK
3 Min Read

Study Abroad, IELTS Exam: ज्यादातर देशों में इंग्लिश फर्स्ट लैंग्वेज होती है. वहां बोलने-लिखने, शॉपिंग करने, पर्सनल व ऑफिशियल वर्क, हर चीज के लिए अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. हायर एजुकेशन के लिए विदेश जाने के इच्छुक स्टूडेंट्स के लिए इंग्लिश टेस्ट पास करना जरूरी है. IELTS एग्जाम के जरिए उम्मीदवार की इंग्लिश रीडिंग, राइटिंग, लिसनिंग और स्पीकिंग स्किल्स को टेस्ट किया जाता है.

नई दिल्ली (Study Abroad, IELTS Exam). हर साल बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स विदेशी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने का सपना देखते हैं (Foreign University). यह राह बहुत मुश्किल होती है. एजुकेशन लोन, स्कॉलरशिप आदि की व्यवस्थान करना आसान नहीं होता है. अगर आप किसी ऐसे देश जा रहे हैं, जहां की प्राइमरी लैंग्वेज इंग्लिश है, तो आपको उसके लिए अलग से भी एक टेस्ट देना पड़ेगा.

ज्यादातर विदेशी यूनिवर्सिटी में इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट स्कोर चेक करने के बाद ही स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है (English Language Test). ज्यादातर यूनिवर्सिटी में TOEFL और IELTS एग्जाम स्कोर ही मान्य है. इन दोनों ही टेस्ट का स्तर काफी कठिन होता है. अंग्रेजी ज्ञान को परखने वाले IELTS एग्जाम में इंग्लिश रीडिंग, राइटिंग, लिसनिंग और स्पीकिंग स्किल्स को चेक किया जाता है.

क्या है IELTS टेस्ट?
IELTS का फुल फॉर्म – इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम है (IELTS Full Form). इसे दुनिया का सबसे पॉपुलर इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट माना जाता है. यह टेस्ट स्कोर विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन और जॉब के लिए माइग्रेशन, दोनों के काम आता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 10 हजार से ज्यादा संस्थान IELTS टेस्ट को मान्यता देते हैं.

IELTS को किन देशों में मान्यता मिली है?
आईईएलटीएस परीक्षा के जरिए उम्मीदवार की अंग्रेजी भाषा पर पकड़ को परखा जाता है. इसे पास करने के लिए इंग्लिश में लिखना, बोलना, पढ़ना और सुनना, सब बहुत परफेक्ट तरीके से आना चाहिए. ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और यूनाइटेड किंग्डम जैसे कई देश IELTS टेस्ट स्कोर को अपने यहां मान्यता देते हैं. कुछ स्टूडेंट्स इसे पास करने के लिए कोचिंग का भी सहारा लेते हैं.

टेस्ट के लिए यहां करें रजिस्ट्रेशन
IELTS एग्जाम देने के लिए ielts.org पर रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है (IELTS Exam Registration). आप एग्जाम को ऑनलाइन या ऑफलाइन (पास के सेंटर पर जाकर परीक्षा देनी होगी), किसी भी मोड में दे सकते हैं. 140 देशों की करीब 1600 लोकेशन पर यह टेस्ट होता है. भारत में IELTS एग्जाम की फीस 15,500 रुपये है (IELTS Exam Fee).

IELTS एग्जाम फॉर्मेट क्या है?
IELTS एग्जाम के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है (IELTS Exam Format). इसमें लिसनिंग, रीडिंग और राइटिंग टेस्ट एक ही दिन में बिना ब्रेक के देने होते हैं. अगले दिन स्पीकिंग टेस्ट के लिए ऑनलाइन बुकिंग करने का विकल्प मिलता है. यह स्पेशल टेस्ट महीने में चार बार और साल में कुल 48 बार होता है. इस परीक्षा को आप चाहे कितनी बार भी अटेंप्ट कर सकते हैं.

Share this Article