मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख… PM मोदी ने कहा- हमारी सरकार में सभी धर्मों के लोग खुशी से रह रहे हैं, कोई भेदभाव नहीं

NEWSDESK
4 Min Read

PM Narendra Modi News: पीएम नरेंद्र मोदी ने बुनियादी ढांचे और पर्यावरण पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि पिछले दशक में भारत के बुनियादी ढांचे में तेज गति से बदलाव आया है. हमारा राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पिछले 10 वर्षों में 60 प्रतिशत बढ़ गया है. हमने अपने हवाई अड्डों की संख्या को दोगुना से अधिक कर दिया है, जो 74 से बढ़कर 150 से अधिक हो गया है. हमने अपने बंदरगाहों की क्षमता बढ़ाई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे भेदभाव को खारिज करते हुए कहा कि सभी धर्मों के अल्पसंख्यक, चाहे वह मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख, जैन या यहां तक कि पारसी हों, भारत में खुशी से रह रहे हैं और संपन्न हो रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने किसी विशेष समुदाय को योजनाओं का लाभ नहीं दिया, बल्कि सबको इसका सामान लाभ मिला. मतलब इन योजनाओं को ऐसे तैयार किया गया है कि किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं हो सकता है. इन योजनाओं का लाभ समुदाय और धर्म की परवाह किए बिना हर नागरिक तक पहुंच रहा है.

पीएम मोदी ने न्यूज़वीक के साथ एक साक्षात्कार में लोकतंत्र और स्वतंत्र प्रेस पर भी अपनी राय जाहिर की. उन्होंने कहा, “हम एक लोकतंत्र हैं, केवल इसलिए नहीं कि हमारा संविधान ऐसा कहता है, बल्कि इसलिए भी कि यह हमारे जीन में है. उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनावों में 60 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया. अब से कुछ महीनों में, 97 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. पूरे भारत में दस लाख से अधिक मतदान केंद्र इसके लिए बनाए जाएंगे. मतदाताओं की लगातार बढ़ती भागीदारी भारतीय लोकतंत्र के प्रति लोगों की आस्था का बहुत बड़ा प्रमाण पत्र है.”

उन्होंने चीन से साथ प्रतिस्पर्धा और रिश्ते के सवाल पर कहा कि हमने परिवर्तनकारी आर्थिक सुधार किए हैं, जैसे वस्तु एवं सेवा कर, कॉर्पोरेट कर में कटौती, दिवालियापन संहिता, श्रम कानूनों में सुधार, एफडीआई मानदंडों में छूट. परिणामस्वरूप, हमने व्यापार करने में आसानी से महत्वपूर्ण सुधार किया है. हमने भारत में विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं. ये पीएलआई योजनाएं इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर मॉड्यूल, चिकित्सा उपकरण, ऑटोमोबाइल जैसे 14 क्षेत्रों तक फैली हुई हैं.

डिजिटल भुगतान और यूपीआई के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि यूपीआई की सफलता के तीन महत्वपूर्ण कारक हैं. खुली प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण, लोगों पर भरोसा. यूपीआई ने वित्तीय बाधाओं से लेकर भौगोलिक बाधाओं तक अनगिनत बाधाओं को तोड़ दिया. इसने डिजिटल लेनदेन की दुनिया को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए खोल दिया है.

आर्थिक विकास को बनाए रखने की चुनौती पर उन्होंने कहा कि हम 28 वर्ष की औसत आयु वाला एक युवा देश हैं. हम 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारे यहां बचत की संस्कृति है. ऐसे में हम अपने युवाओं की पूरी क्षमता विकसित करने और उन्हें भविष्य की बाधाओं के प्रति अनुकूल बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

 

Share this Article