Board Exams 2024: बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. सीबीएसई और यूपी बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी, 2024 से शुरू हो जाएंगी. बोर्ड परीक्षा 2024 के दौरान स्ट्रेस होना आम बात है. लेकिन अगर उस एग्जाम स्ट्रेस का असर आपकी परफॉर्मेंस पर पड़ने लग जाए तो चिंता की बात है. जानिए 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में एक पेपर बिगड़ जाने की स्थिति में क्या करें.
नई दिल्ली (Board Exams 2024). साल 2024 शुरू होने के साथ ही स्कूल, कॉलेज की परीक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं. बोर्ड परीक्षा किसी भी स्टूडेंट की स्कूल लाइफ का बड़ा पड़ाव है. बोर्ड परीक्षा का न सिर्फ सिलेबस काफी विस्तृत होता है, बल्कि स्कूल के दिनों की पहली सबसे बड़ी परीक्षा भी होती है. सीबीएसई (CBSE), यूपी (UP), आईसीएसई, आईएससी, राजस्थान, एमपी, बिहार बोर्ड परीक्षा (BSEB Bihar Board Exam) आदि में लाखों स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं.
कक्षा 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा में एक-दो पेपर बिगड़ जाना आम बात है (Board Exam Preparation Tips). इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं- आपने तैयारी सही ढंग से न की हो, सिलेबस पूरा न हुआ हो, एग्जाम पैटर्न और मार्किंग स्कीम पर ध्यान न दिया हो, तबियत खराब हो गई हो या घर में कोई इमर्जेंसी सिचुएशन आ गई हो. वहीं, कुछ स्टूडेंट्स परीक्षा से पहले एग्जाम स्ट्रेस हो जाने की वजह से भी बोर्ड परीक्षा में कुछ गलतियां कर बैठते हैं (Board Exam Mistakes).
बोर्ड परीक्षा में पेपर बिगड़ जाने पर क्या करें?
बोर्ड परीक्षा के दौरान एक पेपर बिगड़ जाने पर उसी के बारे में न सोचते रहें (Board Exam Strategy). अगर आप उससे बाहर नहीं निकलेंगे तो अगले पेपर भी बिगड़ सकते हैं. जानिए बोर्ड परीक्षा में एक पेपर बिगड़ जाने पर क्या करना चाहिए-
बांट लें दिल का दर्द
बोर्ड एग्जाम 2024 में किसी भी विषय का पेपर बिगड़ जाने पर स्ट्रेस लेने के बजाय किसी करीबी से बात करें. आप चाहें तो किसी विश्वसनीय व्यक्ति से भी अपनी बात शेयर कर सकते हैं. अगर आप किसी करियर एक्सपर्ट को जानते हैं तो उनसे भी बात कर सकते हैं. इसके अलावा अपने माता-पिता, भाई-बहनों, सहेली-दोस्तों या अध्यापकों से भी इस बारे में चर्चा कर सकते हैं. इससे आप मन ही मन परेशान नहीं होंगे और अगले पेपर में बेहतर परफॉर्म कर सकेंगे.
एंग्जायटी से निकलें बाहर
बच्चे का पेपर बिगड़ जाने पर माता-पिता को भी उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए (Motivational Tips in Hindi). अगर उन्हें बच्चे के व्यवहार या बातचीत से पेपर के बिगड़ने का अंदाजा लग जाए तो उसे डांटने के बजाय आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करें. इससे वह कम प्रेशर महसूस करेंगे और खुद भी आगामी परीक्षा की तैयारी अच्छे तरीके से कर पाएंगे. इस बात का ध्यान रखें कि एक पेपर के बिगड़ने के चक्कर में स्टूडेंट के बाकी पेपर न खराब हो जाएं.