बबलू गुप्ता ने जब सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किया, तो उनके पास कोचिंग क्लास जाने के लिए पैसे नहीं थे. लेकिन बबलू ने मुश्किल हालातों के बीच अपने सपनों को नहीं टूटने दिया.
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मेहनत और लगन से सफलता हासिल करने की एक और ताजा मिसाल छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के सामने आई है. जहां बाजार में आलू और प्याज बेचने वाले युवक के पास एक समय कोचिंग जाने के लिए पैसे नहीं थे. तब उसने ऐसे समय में घर पर ही पढ़ाई कर सफलता हासिल की है. कोरबा जिला के सीतामढ़ी निवासी बबलू गुप्ता का हाल ही में वस्तु एंव सेवा कर (GST) इंस्पेक्टर के पद पर चयन हुआ है.
बबलू गुप्ता ने जब सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किया, तो उनके पास कोचिंग क्लास जाने के लिए पैसे नहीं थे. लेकिन बबलू ने मुश्किल हालातों के बीच अपने सपनों को नहीं टूटने दिया और लक्ष्य को हासिल करने के लिए खूब मेहनत किया. बबलू की मेहनत रंग लाई और आज भी जीएसटी इंस्पेक्टर बनने में सफल हुए.
बबलू की मेहनत लाई रंग
बबलू के पिता और भाई साप्ताहिक बाजार में जाकर आलू और प्याज बेचा करते हैं. बबलू भी पिता का हाथ बंटाने आलू और प्याज बेचने बाजार जाया करता था. बबलू ने पिता और भाई की मेहनत देखी और उसे प्रेरणा प्राप्त की जिसके बाद उसने सरकारी अधिकारी बनने का संकल्प लिया और जी जान से मेहनत में जुट गया.
बबलू बचपन से ही पढ़ाई में तेज हुआ करता था, इसलिए पिता ने उन्हें पढ़ाई से कभी नहीं रोका. अंत बबलू की मेहनत रंग लाई और आज वह एसएससी सीजीएल 2023 क्लियर कर ही लिया जिसमे ऑल इंडिया 641रैंक प्राप्त करते हुएजीएसटी इंस्पेक्टर बन ही गया.