MP Election 2023: लंबे इंतजार के बाद बीजेपी ने अपने 92 प्रत्याशियों 5वीं सूची जारी कर दी है। इसमें दमोह विधानसभा से पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही हटा से वर्तमान विधायक पीएल तंतवाय का टिकट काटकर पूर्व विधायक उमा देवी खटीक को टिकट दिया गया है।
दमोह के जबेरा विधानसभा में वर्तमान विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया है। बात दमोह विधानसभा की करें तो यहां पर 20 साल के बाद एक बार फिर जयंत मलैया और अजय टंडन आमने-सामने होंगे। साल 2003 में इन दोनों प्रत्याशियों के बीच चुनाव हुआ था, जिसमें जयंत मलैया ने 12,000 से अधिक मतों के अंतर से अजय टंडन को हराया था।
शनिवार सुबह से ही पूरे जिले में इस बात की चर्चा चल रही थी कि आखिरकार भाजपा ने अपनी 5वीं सूची अभी तक जारी क्यों नहीं की। क्योंकि सभी की नजरें दमोह विधानसभा पर ही टिकी हुई थी। दमोह विधानसभा इस समय पूरे मध्यप्रदेश में इसलिए अभी हाई प्रोफाइल है, क्योंकि कांग्रेस के पूर्व विधायक राहुल सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली थी। साल 2021 में यहां उपचुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने राहुल सिंह को 17,000 वोटों से हराया था।
हालांकि, भाजपा सरकार ने राहुल सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था और 2023 के आम चुनाव में वह फिर से दावेदारी कर रहे थे।लेकिन भाजपा ने सात बार के विधायक और पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया पर ही अपना भरोसा जताया है। टिकट की घोषणा होने के बाद कार्यकर्ताओं में काफी जोश देखा गया और आतिशबाजी चलाकर उन्होंने अपनी खुशी का इजहार किया।
तीसरी बार अजय टंडन और जयंत मलैया होंगे आमने-सामने
बता दें, दमोह के वर्तमान कांग्रेस विधायक अजय टंडन को चौथी बार कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है। इसके पहले वह दो बार जयंत मलैया से चुनाव हार चुके हैं। साल 1998 में अजय टंडन 5,000 वोटो से जयंत मलैया से चुनाव हारे थे। वहीं, 2003 में करीब 12,000 वोटों से जयंत मलैया ने अजय टंडन को हराया था। 20 साल के बाद यह दोनों प्रत्याशी तीसरी बार आमने-सामने हो रहे हैं।
वर्तमान विधायक का कटा टिकट
हटा विधानसभा से वर्तमान विधायक पीएल तंतवाय का टिकट बीजेपी ने काट दिया है और यहां से दो बार की विधायक रहीं उमा देवी खटीक पर पार्टी ने भरोसा जताया है। सर्वे में उनका नाम काफी ऊपर चल रहा था और अंतत: उन्हें ही प्रत्याशी बनाया गया। वहीं, जबेरा विधानसभा में वर्तमान विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी को पुन: प्रत्याशी बनाया गया है। यहां से भाजपा नेता राघवेंद्र सिंह टिकट की दावेदारी कर रहे थे और कुछ दिन पहले ही वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। लेकिन पार्टी ने धर्मेंद्र सिंह लोधी को ही अपना प्रत्याशी बनाया है। इस प्रकार से दमोह की चारों विधानसभाओं पर दोनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी घोषित हो गए हैं और 21 तारीख से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।