Chandrakant Pandit KKR Coach: आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने हार से शुरुआत की थी. लेकिन, इसके बाद टीम ने लगातार 2 मैच जीते और दोनों ही ऐसे हालात में जीते, जब टीम बेहद दबाव में थी. लेकिन, बिखरने के बजाए निखर गई. इसमें कोच चंद्रकांत पंडित का बड़ा हाथ है. उन्होंने खिलाड़ियों में ऐसी जान फूंकी कि 3 मैच में ही ये यकीन दिला दिया कि इस सीजन की ‘पठान’ KKR बन सकती है.
हाइलाइट्स
KKR आईपीएल 2023 का पहला मैच हार गया था
कोलकाता नाइट राइडर्स ने लगातार दो मैच जीते हैं
नई दिल्ली. 3 मैच, जी हां कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल 2023 में इतने ही मैच अबतक खेले हैं और इसमें ही टीम ने अलग-अलग रंग दिखा दिए हैं. कैसे हालातों से लड़कर जीत हासिल की जाती है और स्टार रुतबा नहीं, खिलाड़ी मायने रखता है. पहले मैच में मिली हार के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स ने जो पलटवार किया है, वो हैरान करने वाला है और इसके पीछे न तो कप्तान हैं और न ही पठान, बल्कि ये काम किया है, चंद्रकांत पंडित ने. ये नाम पहचान का मोहताज नहीं. घरेलू क्रिकेट के जादुई कोच में शुमार चंद्रकांत पंडित ने पहला मैच गंवाने के बाद केकेआर में ऐसी जान फूंकी कि पूरा खेल ही पलट गया और अब ऐसा लगने लगा कि केकेआर ही आईपीएल के इस सीजन की ‘पठान’ बनेगी.
धाकड़ गेंदबाज, बल्लेबाजों की फौज के साथ तो कोई भी टीम को चैंपियन बना सकता है. लेकिन, चंद्रकांत पंडित की सबसे बड़ी खासियत या ताकत कहें तो ये है कि वो खिलाड़ी को ऐसा बना देते हैं कि वो अकेले दम पर टीम को जीत दिला देता है. घरेलू क्रिकेट में कई मर्तबा बतौर कोच चंद्रकांत पंडित इस बात को साबित कर चुके हैं. उनके कोच रहते ही मध्य प्रदेश ने पिछले साल पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था. उनकी इसी काबिलियत को देखते हुए ही केकेआर ने उन्हें अपना कोच बनाया और धीरे-धीरे ही सही टीम उस दिशा में बढ़ती दिख रही.
3 मैच में केकेआर ने दिखाई अपनी ताकत
आईपीएल 2023 में केकेआर ने अबतक 3 मैच खेले हैं. इसमें से 2 में टीम को जीत मिली है और एक में हार. लेकिन, इन तीन मुकाबलों में कोलकाता नाइट राइडर्स के प्रदर्शन का आकलन करें तो टीम के चैंपियन बनने की उम्मीद लग रही है.
आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स की शुरुआत हार से हुई थी. पहले मैच में पंजाब किंग्स ने केकेआर को डकवर्थ लुईस नियम से 7 रन से हराया था. हालांकि, इस मैच में भी केकेआर पूरी तरह बाहर नहीं थी. दूसरे मैच में केकेआर ने एकदम चैंपियन जैसा प्रदर्शन किया. आरसीबी के खिलाफ मैच में टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 90 रन के भीतर ही 5 विकेट गंवा दिए ते. इसके बावजूद टीम ने 200 से अधिक रन का स्कोर खड़ा किया था. इस मैच में भी रिंकू सिंह ने शानदार बैटिंग की थी.
KKR ने दिखाया कभी न हार मानने वाला जज्बा
इस मैच में केकेआर के लिए शार्दुल ठाकुर ने 7वें पर महज 29 गेंद में 68 रन ठोके थे और रिंकू के साथ 100 रन से अधिक की पार्टनरशिप की थी. ये टीम के कभी न हार मानने के जज्बे को दर्शाता है. इसी वजह से केकेआर दूसरा मैच 81 रन से जीती और तीसरे मुकाबले में तो टीम इससे एक कदम आगे निकली और आखिरी 6 गेंद में 29 रन बनाकर डिफेंडिंग चैंपियन को ही रौंद दिया और ये कारनामा किसी बड़े खिलाड़ी के नहीं, बल्कि रिंकू सिंह ने किया, जो बहुत बड़ा नाम नहीं है. उन्होंने लगातार 5 छक्के लगाकर टीम के लिए लगभग नामुमकिन से लक्ष्य को मुमकिन कर दिखाया.
कोच पंडित ने फूंकी युवा खिलाड़ियों में जान
KKR के इस चमत्कारिक प्रदर्शन में कोच चंद्रकांत पंडित की बड़ी भूमिका है. उन्होंने छोटे से खिलाड़ी में इतना यकीन पैदा कर दिया कि उसने अकेले ही एवरेस्ट जैसे लक्ष्य को हासिल कर दिखाया. यही वजह है कि कोच भी अपनी खुशी नहीं छुपा पाए और गुजरात टाइटंस के खिलाफ केकेआर को मिली इस ऐतिहासिक जीत पर मैदान में आ पहुंचे और रिंकू को गोद में उठा लिया.