क्या यूनुस के राज में बांग्लादेश कट्टरपंथ की राह पर चलने लगा?

News Desk
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ढाका,। कभी अच्छा दोस्त रहा बांग्लादेश अब भारत का दुश्मन बनता जा रहा है। मोहब्बत करने वाला बांग्लादेश अब भारतीयों से नफरत करने लगा है। नोबेल शांति प्राप्त मोहम्मद यूनुस के राज में बांग्लादेश कट्टरपंथ की राह पर चलने लगा है। अब उसे दोस्ती का लिहाज भी नहीं रहा यही वजह है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्चायार बढ़ गए हैं।
बांग्लादेश में चरमपंथियों का बोलबाला हो गया है। बांग्लादेश में सड़कों पर भारत के खिलाफ खुलकर प्रदर्शन हो रहे हैं। भारत और भारतीयों को खुलेआम धमकी दी जा रही है। एक के बाद एक कई इस्कॉन मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। इस बीच बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर और बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों को धमकी देने का कथित वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बांग्लादेशी कट्टरपंथी ने सभा की और इस्कॉन पर बैन लगाने की मांग की। उपद्रवियों ने मांग की कि ‘इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाओ नहीं तो हम उन्हें काट देंगे।
शेख हसीना के देश छोड़ते ही बांग्लादेश पूरी तरह से कट्टरपंथ की चपेट में है। अब सवाल है कि क्या नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाले यूनुस लगातार नफरत का बीज बो रहे हैं। क्या वही अल्पसंख्यकों के प्रति भड़की आग को और हवा दे रहे हैं। अगर ऐसा नहीं है तो फिर वह बांग्लादेश में एक्शन क्यों नहीं ले रहे? बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है।
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी भारत के खिलाफ जहर उगल रहे थे। आईएसआईएस के झंडे लहराते हुए कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के उग्रवादी दिखाई दिए। आतंकी संगठन का झंडा हाथ में होने के बावजूद पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। इन उग्रवादियों ने भारत पर हमला करने और भारतीय नागरिकों की हत्या करने की कसम खाई। इस बीच भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाली बीटिंग रिट्रीट भी रोक दी गई है।

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