Share Market on June 4 : लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण आज पूरा हो जाएगा. 4 जून को नतीजे हमारे सामने होंगे. शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों की धड़कने तेज हैं. अगर बीजेपी की सरकार बड़े बहुमत से बनी तो क्या होगा? अगर परिवर्तन की लहर चली तो क्या संभावनाएं हैं? जानिए…
नेशनल इलेक्शन का आखिरी चरण चल रहा है. वोटिंग आज शनिवार शाम को समाप्त हो रही है. मतगणना 4 जून को होने वाली है, जिसके नतीजों का इंतज़ार सभी नागरिकों को तो है ही, साथ ही शेयर बाजार भी नतीजों के इंतजार में ऊपर-नीचे हो रहा है. आज शाम को मतदान खत्म होने के बाद सभी न्यूज़ चैनलों पर एग्जिट पोल चलेंगे. संभावना यही है कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा किए गए पोल अलग-अलग परिणाम देंगे. आज के एग्जिट पोल हालांकि कुछ हद तक साफ कर देंगे कि कौन-सी पार्टी सरकार बनाने वाली है.
आज शनिवार है. फाइनल परिणाम हमें मंगलवार (4 जून) को मिलेगा. नतीजों के दिन को न गिनें तो केवल सोमवार का ही ऐसा दिन है, जब शेयर बाजार खुलेगा. आज एग्जिट पोल में कुछ हद तक परिणामों की तस्वीर साफ होगी. हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं कि एग्जिट पोल सही ही होंगे. 4 जून को जब वोटों का पिटारा खुलेगा तो असली नतीजा हमारे सामने होगा. ऐसे में शेयर बाजार के एक्सपर्ट मानते हैं कि मार्केट स्थिति साफ होने का इंतजार करना चाहेगा. उसके बाद आगे की चाल निर्धारित करेगा.
तो… चुनावों में परिणाम की तीन संभावित स्थितियां बन सकती हैं. पहली स्थिति- भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूर्ण और बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाए. दूसरी स्थिति- सरकार तो बीजेपी की बने, मगर सीटें कम हों. तीसरी स्थिति- महागठबंधन (जिसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, राजद समेत 2 दर्जन से अधिक दल शामिल हैं) की सरकार बने.
बड़े बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी तो?
एनडीटीवी ने ITI म्यूचुअल फंड्स के चीफ इन्वेस्टिंग ऑफिसर राजेश भाटिया को कोट करते हुए लिखा कि 2019 में भारतीय जनता पार्टी को 303 सीटें मिली थीं. इस बार अगर बीजेपी को 2019 से अधिक सीट मिलती हैं तो इक्विटी मार्केट जबरदस्त रैली दिखा सकती है. ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत ज्यादा खर्च करेगी और साथ ही मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से भी अच्छा पुश मिलने की संभावना है. बिजनेस टुडे ने असेट मैनेजमेंट फर्म IFA ग्लोबल के फाउंडर अभिषेक गोयनका के हवाले से लिखा है कि यदि बीजेपी को भारी बहुमत मिलता है तो निफ्टी-फिफ्टी 4-5 फीसदी तक का जबरदस्त उछाल दिखा सकता है.
कम सीटों के साथ बीजेपी की सरकार बनी तो?
भाजपा नीत गठबंधन की सरकार में दूसरा सीन यह बनता है कि भारतीय जनता पार्टी को कुछ काम सीटें मिलें. यदि बीजेपी को 272 से अधिक सीटें मिलती हैं तो वह सरकार बनाने के लिए पर्याप्त होंगी, मगर 2019 के मुकाबले में सीटों का काम होना, शेयर बाजार के लिए ज़रा चिंता का विषय हो सकता है. हालांकि एक्सपर्ट मानकर चल रहे हैं कि शेयर बाजार अभी तक इसी हिसाब से एडजस्ट होने की कोशिश कर रहा है. हालांकि कुछ एक्सपर्ट इसे भी बाजार के लिए अच्छा संकेत समझ रहे हैं. सैमको ऐसेट मैनेजमेंट के उमाशंकर मेहता का कहना है कि सीटें कम आएं, मगर सरकार बीजेपी की बने तो भी मार्केट की दिशा बदलने वाली नहीं है.
शेयर बाजार आगे बढ़ने रहने के लिए एक स्थायी सरकार की मांग करता है. महागठबंधन में चूंकि लगभग 28 दल शामिल हैं और यदि वे सरकार बनाते हैं तो स्थायीत्व का एक मसला सामने आ सकता है. प्रधानमंत्री कौन होगा, और देश-विदेश-वित्त समेत अन्य मंत्री कौन होंगे, इस चीज को साफ होने में काफी समय लग सकता है. एक्सपर्ट कयास लगा रहे हैं कि अगर महागठबंधन की सरकार बनने का सीन बना तो शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली देखने को मिल सकती है. यह बिकवाली तब तक जारी रह सकती है, जब तक कि नई सरकार और उसकी नीतियां साफ नहीं हो जातीं.