Lok Sabha Chunav 2024: देरी से पहुंचे CM सुक्खू, आनंद शर्मा ने नहीं किया इंतजार, शुभमुहूर्त में भरा नामांकन

NEWSDESK
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Kangra Lok Sabha Elections: जोरावर स्टेडियम में बाद में आनंद शर्मा ने रैली की और कहा कि चम्बा में भी पासपोर्ट का दफ्तर बनेगा. कांगड़ा में नेशनल इंसिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी INFT उन्होंने बनवाया और पालमपुर में टी बोर्ड का रीजनल हैडक्वार्टर भी खुलवाया था.

धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Himachal Lok Sabha Elections) की नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब नामांकन का दौर शुरू हो गया है. सूबे में मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के बाद अब कांगड़ा लोकसभा सीट आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने भी आज नामांकन दाखिल कर दिया है.

जानकारी के अनुसार, गुरुवार को दोपहर साढ़े 12 बजे के करीब आनंद शर्मा ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान सीएम सुक्खू को भी पहुंचना था, लेकिन वह देरी से पहुंचे. इससे पहले ही आनंद शर्मा ने शुभ मूहुर्त के चलते अपना नामांकन दाखिल कर दिया.

बाद में कांगड़ा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा के नामांकन दाखिल करवाने कांगड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश में सशक्त उम्मीदवार देना चाह रही थी इसलिए प्रदेश में उनकी ओर से हैवीवेट कैंडिडेट उतारे गये हैं कांगड़ा से आनंद शर्मा एक राष्ट्रीय नेता हैं, उन्होंने कहा की पार्टी हाईकमान ने बहुत सोच विचार के बाद आनंद शर्मा को फाइनल किया है, इनका कांग्रेस में 50 साल का करियर हो चुका है, बतौर केंद्रीय मंत्री इन्होंने कांगड़ा को कई तोहफे दिये है, जिसका सीधा लाभ उन्हें इन चुनावों में निश्चित तौर पर मिलेगा.

जोरावर स्टेडियम में बाद में आनंद शर्मा ने रैली की और कहा कि चम्बा में भी पासपोर्ट का दफ्तर बनेगा. कांगड़ा में नेशनल इंसिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी INFT उन्होंने बनवाया और पालमपुर में टी बोर्ड का रीजनल हैडक्वार्टर भी खुलवाया था. प्रत्याशी आनंद शर्मा ने कहा कि कांगड़ा की धरती वीरों की धरती है और आज हिमाचल में सबसे ज़्यादा सैनिक कांगड़ा से हैं. आज भाजपा की केंद्र सरकार ने इस वीर भूमि से उन वीरों का भी हक़ छीन लिया है. हम सरकार बनाते ही अग्निवीर योजना को खारिज़ कर देंगे. देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होने देंगे.
गौरतलब है कि आनंद शर्मा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले, 1982 में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था और हार गए थे. लेकिन वह हिमाचल से राज्यसभा में सांसद रहे हैं और यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे थे.
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