अमेठी के बाद रायबरेली फतह करने की तैयारी में बीजेपी, जानें कौन हो सकता है उम्मीदवार

NEWSDESK
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रायबरेली लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा सीट आती हैं. इन पांच में से तीन पर समाजवादी पार्टी और दो पर बीजेपी का कब्जा है. बछरावां, हरचंदपुर और सरेनी विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. रायबरेली और ऊंचाहार सीट पर बीजेपी के विधायक हैं. अदिति सिंह रायबरेली से ही बीजेपी विधायक हैं.

देश में पहले चरण का मतदान हो चुका है. दूसरे चरण की तैयारी जोरों पर हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की वीवीआईपी रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर अभी सन्नाटा पसरा हुआ है. रायबरेली लोकसभा सीट के लिए 26 अप्रैल से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. कांग्रेस, बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी में से किसी भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. यहां की सांसद सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी या राहुल गांधी को यहां से उतार सकती है. बीजेपी को कांग्रेस का इंतजार है और बीएसपी इन दोनों की घोषणा के इंतजार में चुप्पी साधे बैठी है. हालांकि बीजेपी रायबरेली सीट को लेकर लगातार रणनीति पर काम कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी- बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के आखिरी किले को ध्वस्त करने की रणनीति तैयार कर ली है. इस बार बीजेपी उत्तर प्रदेश के अमेठी के बाद रायबरेली से भी कांग्रेस को हराना चाहती है और इसे लेकर पार्टी ने बड़ी रणनीति तैयार की है. उसी रणनीति के तहत बीजेपी ने अब तक रायबरेली से अपने उम्मीदवार का ऐलान नही किया है. बीजेपी पहले कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम का इंतजार कर रही है, उसके बाद अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगी. रायबरेली में अगर, गांधी परिवार से कोई उम्मीदवार होगा तो बीजेपी उसके हिसाब से उम्मीदवार उतारेगी. अगर उम्मीदवार गांधी परिवार से बाहर का कोई होगा तो उसके हिसाब से उम्मीदवार के नाम अलग तय किया जाएगा.

बीजेपी में चार नेताओं पर चर्चा
उत्तर प्रदेश में अमेठी और रायबरेली गांधी परिवार का मजबूत गढ़ रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने अमेठी से स्मृति ईरानी को उतार कर अमेठी के किले को ध्वस्त कर दिया था. यहां उन्होंने राहुल गांधी को परास्त किया था. अमेठी के बाद अब रायबरेली में भी बीजेपी ने कांग्रेस को हराने के लिए बड़ी रणनीति तैयार की है. बीजेपी रायबरेली से कांग्रेस के उम्मीदवार की घोषणा का इंतजार कर रही है. कांग्रेस के बाद ही बीजेपी यहां अपना प्रत्याशी घोषित करेगी.

सूत्रों के मुताबिक, रायबरेली के लिए बीजेपी ने चार नेताओं के नाम पर चर्चा की है. इनमें मनोज पांडे, दिनेश शर्मा, अदिति सिंह और दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं.

रायबरेली में कांग्रेस अगर गांधी परिवार से बाहर का उम्मीदवार देती है तो मनोज पांडे सबसे मजबूत दावेदार हैं. वहीं अगर गांधी परिवार से प्रियंका या राहुल गांधी चुनावी मैदान में आते हैं तो बीजेपी यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा या अदिति सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है. प्रियंका गांधी के सामने मजबूत महिला उम्मीदवार देने पर भी बीजेपी ने विचार किया है. उसके लिए रायबरेली से अदिति सिंह के नाम पर चर्चा हुई है. अदिति सिंह के नाम को लेकर उत्तर प्रदेश के बड़े नेता ने पार्टी आलाकमान से सिफारिश भी की है.

सोशल मीडिया पर वरुण गांधी के नाम को लेकर भी चर्चा चल रही है कि पार्टी ने उनको रायबरेली से लड़ाने पर विचार किया है. इस पर बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी वरुण गांधी से बहुत नाराज है. पार्टी नेताओं के मुताबिक वरुण गांधी को बीजेपी ने बहुत कुछ दिया, सबसे कम उम्र में पार्टी का महासचिव तक बना दिया लेकिन वरुण गांधी ने कई मौकों पर पार्टी को असहज स्तिथि में लाकर खड़ा कर दिया था.

पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी वरुण गांधी को चुनाव लड़ाना तो दूर उनसे पार्टी के लिए प्रचार तक कराने को तैयार नहीं. यही कारण है कि वरुण गांधी ना पीलीभीत में पार्टी के चुनाव प्रचार में दिख रहे हैं और ना ही अपनी मां मेनका गांधी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं.

कौन हैं अदिति सिंह
अदिति सिंह रायबरेली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं. अदिति सिंह यहां से पहली बार 2017 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं. 2021 में वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं. इसके बाद वह फिर से 2022 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बनीं.

अदिति सिंह के पिता अखिलेश कुमार सिंह भी रायबरेली सीट से पांच बार विधायक रहे थे. अदिति ने उत्तराखंड के मसूरी और नई दिल्ली से अपनी तालीम हासिल की है. उच्च शिक्षा के लिए वह अमरीका गईं. उन्होंने ड्यूक विश्वविद्यालय से एमबीए किया है. अदिति सिंह के पति अंगद सिंह पंजाब के नवां शहर से ताल्लुक रखते हैं और पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं.

रायबरेली लोकसभा सीट
उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट शुरू से ही कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है. सोनिया गांधी यहां से लगातार चार बार सांसद हैं. इस बार उन्होंने लोकसभा छोड़कर राज्यसभा से संसद में एंट्री ली है. रायबरेली सीट पर 19 बार चुनाव हो चुके हैं. यहां से बीजेपी को केवल दो बार जीत हासिल हुई है. रायबरेली सीट से दो बार फिरोज गांधी, दो बार इंदिरा गांधी और चार बार सोनिया गांधी सांसद रही हैं. कांग्रेस की शीला कौल भी रायबरेली से चार बार सांसद चुनी गईं.

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